गंगा सेवकों ने जलस्तर कम होने की लगाई गुहार – द्वादश ज्योतिर्लिंग एवं गंगाष्टकम का किया पाठ
नमामि गंगे के सदस्यों ने सावन के आखिरी सोमवार को दशाश्वमेध घाट पर रौद्र रूप शांति के लिए मां गंगा से प्रार्थना की। वहीं नमामि गंगे के सदस्यों ने उपस्थित श्रद्धालुओं के साथ आरती कर मां गंगा का मनुहार किया। द्वादश ज्योतिर्लिंग व गंगाष्टकम का पाठ कर मां गंगा से अब और आगे न बढ़ने की गुहार लगाई । सदस्यों द्वारा राष्ट्रध्वज लेकर की गई गंगा आरती के दौरान राष्ट्रहित की कामना की गई। साथ ही सदस्यों ने भारत माता और गंगा माता का जयकारा भी लगाया।
नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक व नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर राजेश शुक्ला ने कहा कि आरती कर मां भगवती से यही प्रार्थना की गई है कि अब वह शांत स्वरूप में आ जाएं और अपने रौद्र रूप को शांत कर लें। गंगा तटीय क्षेत्र वासियों की रक्षा के लिए पूजा-अर्चना कर प्रार्थना की गई है।
उन्होंने कहा कि समृद्धिदायिनी, मुक्तिदायिनी, मोक्षदायिनी मां गंगा भारत की आस्था और अर्थव्यवस्था के लिए हमारी प्रार्थना अवश्य सुनेंगी।
इस आयोजन में प्रमुख रूप से नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक व नगर निगम के स्वच्छता ब्रांड एम्बेसडर राजेश शुक्ला, ध्रुव यादव, सुमित सिंह, शकुन मिश्रा, संजय जायसवाल सहित सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे ।