वाराणसी – देशभर की तरह वाराणसी जनपद के गिरधरपुर और छितौनी पकवा गांवों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व बड़े धूमधाम और श्रद्धा-भक्ति के साथ मनाया गया। स्थानीय राधा-कृष्ण मंदिर को भव्य रूप से सजाया गया था, जहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन एवं पूजन के लिए उमड़े।
गिरधरपुर स्थित प्राचीन शिव मंदिर परिसर व चौरा माता मंदिर में भी हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी जन्माष्टमी पर्व पारंपरिक रूप से हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। मंदिर परिसर को फूलों, झालरों और रंग-बिरंगी रोशनियों से सजाया गया, जिससे संपूर्ण वातावरण भक्तिमय हो उठा।

इस पावन अवसर पर देर रात तक भजन-कीर्तन का आयोजन किया गया, जिसमें गांव के लोगों के साथ-साथ दूर-दराज से आए भक्तों ने भाग लिया। ‘जय श्रीकृष्ण’ के जयघोष से पूरा वातावरण गूंज उठा।
कार्यक्रम के समापन पर श्रद्धालुओं के लिए भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। स्वादिष्ट व्यंजनों की व्यवस्था क्षेत्रीय जनता के सहयोग से की गई थी।

कोटवां गांववासियों व व्यापार मंडल के सहयोग से परंपरा वर्षों से चली आ रही है, जिसमें सभी वर्गों व आयु के लोग बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हैं।
इस आयोजन में ग्राम के गणमान्य नागरिकों, महिलाओं, युवाओं व बच्चों की भी सक्रिय भागीदारी देखने को मिली।स्थानीय लोगों ने बताया कि ऐसे आयोजनों से जहां धार्मिक भावना सुदृढ़ होती है, वहीं सामाजिक एकता को भी बढ़ावा मिलता है।
रिपोर्ट – रामविलास यादव
