वाराणसी
यादव और ब्राह्मण समर्थक आमने-सामने हैं. समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कथा वाचको को लेकर लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस कर सरकार को घेरा है वाराणसी सुंदरपुर स्थित आवास पर प्रख्यात समाजसेवी मिथिलेश दुबे ‘ सोनू बाबा ‘ ने अपने आवास पर एक पत्रकार वार्ता का आयोजन कर बताया कि इस समय जो ब्राह्मण और यादव के बीच में वैमनस्यता डालने का माहौल बनाया जा रहा है या अत्यंत निंदनीय है , जानकारी मिली कि इटावा में कथावाचकों द्वारा पहले तो अपनी जाति छुपा कर ब्राह्मण परिचय पर कथा वाचन किया जा रहा था।
जिसकी जानकारी होने पर कथा वाचकों को ग्रामीणों द्वारा दंडित किया गया
इस पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा केवल एक पक्ष को बुलाकर प्रेस कॉन्फ्रेंस करना जातिवादिता और राजनीति की तरफ संकेत करता है , अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री हैं और इस विवाद में वह दोनों पक्षों को बुलाकर विवाद का कारण जानते और सलाह करवाते तो ज्यादा अच्छा होता केवल एक पक्ष को बुलाकर पक्ष की बात सुनना जातिवादी हिंसा को बढ़ाने का एक कारण हो सकता था।