वाराणसी –
बच्चों के लिए गणित सीखना अब न तो उबाऊ होगा और न ही मुश्किल वाराणसी के स्टार्टअप सी थिंक डिस्कवर प्राइवेट लिमिटेड ने एक अनोखा नवाचार पेश किया है – ‘विज़ुअल मैथ क्लास’, जो पारंपरिक ब्लैकबोर्ड और महंगे स्मार्ट बोर्ड की जगह 60 मैग्नेटिक बोर्ड्स से गणित को मज़ेदार और विज़ुअल बना रहा है।
इस क्रांतिकारी विचार के पीछे हैं डॉ. विकास खत्री जो कहते हैं –“बच्चे सबसे अच्छा सीखते हैं जब वे देख और छू सकते हैं, सिर्फ सुनने और लिखने से नहीं।”क्या है ‘विज़ुअल मैथ क्लास’?
यह एक पोर्टेबल किट है जिसमें 60 मैग्नेटिक बोर्ड्स, मैग्नेटिक संख्याएँ, आकृतियाँ, चिन्ह, वैदिक गणित ट्रिक्स और इंटरनेशनल पज़ल्स शामिल हैं। शिक्षक इन बोर्ड्स पर मैग्नेटिक पीस लगाकर हर कॉन्सेप्ट को विज़ुअल रूप से समझा सकते हैं।
सबसे बड़ी खासियत –
हाथों से सीखना
अनलिमिटेड प्रैक्टिस
बिजली की जरूरत नहीं
बिना टेक्नोलॉजी की झंझट
स्मार्ट बोर्ड जैसा इंटरैक्टिव अनुभव
किसी भी स्कूल के लिए आसान और सस्ता समाधान
बच्चों के लिए रोचक और मजेदार
गाँव से लेकर शहर तक के स्कूलों के लिए आदर्श –
स्मार्ट बोर्ड अक्सर महंगे और बिजली पर निर्भर होते हैं। वहीं यह किट स्क्रीन-फ्री, टिकाऊ और बार-बार उपयोग योग्य है। LKG से कक्षा 5 तक का पूरा NCERT सिलेबस कवर करने वाली यह किट खासतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के लिए एक वरदान है।
नवाचार की कहानी –
यह विचार तब जन्मा जब डॉ. खत्री अपने बेटे राम को गणित सिखाने के लिए मज़ेदार तरीके खोज रहे थे।“हमने संख्याओं को खेल बना दिया। फिर सोचा – क्यों न इसे हर बच्चे तक पहुँचाया जाए।
आज, यही प्रयोग एआईसी-बीएचयू (अटल इनक्यूबेशन सेंटर, बनारस हिंदू विश्वविद्यालय) में इनक्यूबेट होकर देशभर में स्कूलों तक पहुँच रहा है।
रिपोर्ट – रामविलास यादव