वाराणसी –
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोमवार को शाम दुर्गाकुण्ड स्थित धर्मसम्राट स्वामी करपात्री जी महाराज की तपोस्थली धर्मसंघ पहुँचे। करपात्री जी के 118 वें प्राकट्योत्सव के अवसर पर मुख्यमंत्री ने धर्मसंघ पहुँच उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया और वर्तमान पीठाधीश्वर स्वामी शंकरदेव चैतन्य ब्रह्मचारी से भेंट की। सायं 7:45 बजे मंदिर पहुँचे योगी आदित्यनाथ ने सबसे पहले मणि मंदिर में श्रीराम दरबार का दर्शन किया।

उसके बाद उन्होंने मंदिर में स्थापित 5 फ़ीट के नर्वदेश्वर शिवलिंग का विधिवत पूजन अर्चन किया। इसके बाद वें बाहर बाग में स्थित करपात्र प्रतिमा पर माल्यार्पण कर श्रद्धासुमन अर्पित किया। धर्मसंघ की ओर से स्वामी शंकरदेव चैतन्य ब्रह्मचारी एवं धर्मसंघ महामंत्री पं. जगजीतन पाण्डेय ने योगी आदित्यनाथ को धार्मिक प्रतीक के रूप में त्रिशूल भेंट किया।


इसके साथ ही महाराज ने उन्हें दुशाला एवं स्मृति चिन्ह भी भेंट की।इसके उपरांत योगी ने परिसर में बन रहे एक भवन का निरीक्षण किया तत्पश्चात करपात्र गौशाला में गायों की सेवा भी की। योगी ने स्वामी शंकरदेव के साथ गायों को चारा खिलाया।

इसके बाद योगी ने वहाँ उपस्थित काशी के कुछ विद्वानों से भेंट भी की। इस अवसर पर संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बिहारीलाल शर्मा, प्रो. हृदय रंजन शर्मा, प्रो.ब्रजभूषण ओझा, करपात्र गौरव से पुरस्कृत प्रो. उपेंद्र पाण्डेय, प्रो. उपेंद्र तिवारी आदि सहित कई विद्वानों ने उनसे भेंट की।