वाराणसी –
काशी में मां गंगा के रौद्र रूप को शांत करने के लिए मल्लाहों ने पूजा-अर्चना की। गंगेश्वर महादेव का जलाभिषेक करके उन्होंने गंगा की शांति और अविरल रूप में वापस लाने के लिए प्रार्थना की।
पूजा-अर्चना के दौरान की विशेष बातें –
मल्लाहों ने गंगेश्वर महादेव की पूजा करके गंगा की शांति के लिए प्रार्थना की। इस दौरान गंगेश्वर महादेव का जलाभिषेक किया गया और गंगा की शांति और अविरल रूप में वापस लाने के लिए विशेष पूजा-अर्चना की गई।
गंगा की शांति के लिए प्रार्थना –

मां गंगा के रौद्र रूप को शांत करने के लिए काशी के डा. राजेंद्र प्रसाद घाट पर नाविकों ने 101 दीप जलाकर प्रार्थना की। इस अवसर पर माझी समाज के लोगों ने गंगा की शांति और नाविकों के साथ-साथ काशीवासियों को राहत दिलाने के लिए मां गंगा से निवेदन किया।
गंगा के रौद्र रूप का कारण –
गंगा का जल स्तर बढ़ने से काशी के घाटों पर बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई थी, जिससे पितृपक्ष में तर्पण और पिंडदान करने वाले लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा था। इस दौरान गंगा के रौद्र रूप को शांत करने के लिए मल्लाहों और काशीवासियों ने पूजा-अर्चना की और गंगा की शांति के लिए प्रार्थना की ।