राजकीय शिक्षक संघ उत्तर प्रदेश मूल संघ के प्रान्तीय कार्यकारी महामन्त्री अशोक कुमार अवाक ने माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ महेन्द्र देव से माॅंग की है कि आकांक्षी जनपदों एवं विकासखण्डों में सेवारत शिक्षक/ शिक्षिकाऍं जिनका ऑनलाइन आवेदन सम्बन्धित जिला विद्यालय निरीक्षकों द्वारा अग्रसारित किया गया एवं तद्क्रम में शिक्षा निदेशालय द्वारा कंसीडर्ड किया गया, को तत्काल प्रभाव से स्थानान्तरण आदेश निर्गत किया जाए।
कार्यकारी महामन्त्री का कहना है कि इस सत्र के लिए घोषित स्थानान्तरण नीति में कहीं भी इस प्रकार का कोई प्राविधान नहीं है कि नियमानुसार जिला विद्यालय निरीक्षकों द्वारा अग्रसारित ऑनलाइन आवेदन जो शिक्षा निदेशालय द्वारा पोर्टल पर कंसीडर्ड हों , उनको स्थानान्तरण से वंचित किया जाए। उन्होंने याद दिलाया कि पिछले वर्ष भी इस प्रकार के शिक्षक/ शिक्षिकाओं का स्थानान्तरण किया गया था।
शिक्षकों की स्थानान्तरण प्रक्रिया को उदार और सरल बनाने हेतु इस बार प्रतिस्थानी से सम्बन्धित कोई प्राविधान भी नहीं रखा गया था। किन्तु अत्यन्त खेद का विषय है कि आवेदित विद्यालयों में स्थान अभी भी रिक्त हैं , फिर भी शिक्षकों को स्थानान्तरण में विद्यालय आवंटित नहीं किया गया। कुछ शिक्षकों को स्थानांतरित किया गया है, पर कुछ का स्थानान्तरण अकारण ही रोक दिया गया है।
कार्यकारी महामन्त्री का कहना है कि भरे हुए पांच विकल्पों में से प्रथम, द्वितीय उपलब्ध नहीं होने पर, अन्य विकल्प दिए जाने चाहिए थे। इस सत्र के लिए घोषित नीति में अकारण इस प्रकार का परिवर्तन करना उचित नहीं है। शिक्षा विभाग द्वारा इस प्रक्रिया को अधर में ही लटका देने से आवेदन करने वाले शिक्षक और शिक्षिकाओं में रोष एवं पीड़ा है।
रिपोर्ट – रामविलास यादव