नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री ए.के. शर्मा की अध्यक्षता में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत एवं पुनर्वास कार्य की समीक्षा बैठक संगम सभागार में संपन्न

लखनऊ

बैठक में उन्होंने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में नगर विकास एवं ऊर्जा विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों का जायजा लेते हुए आवश्यक व्यवस्थाएं तत्परता के साथ संचालित करने के निर्देश दिए।

बैठक के दौरान मंत्री ए.के. शर्मा ने प्रयागराज, वाराणसी, मिर्जापुर, बलिया, फतेहपुर, हमीरपुर, बांदा, भदोही, कौशांबी, चित्रकूट, जालौन, आगरा आदि जनपदों में बाढ़ की स्थिति का जायजा लिया एवं संबंधित नगरी निकाय एवं विद्युत विभाग के अधिकारियों को सभी आवश्यक कदम उठाने के कड़े दिशा निर्देश दिए।

उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शीघ्र स्थानांतरित किया जाए और उन्हें भोजन, दवाएं एवं अन्य आवश्यक वस्तुएं तत्काल उपलब्ध कराई जाए साथ ही बचाव एवं राहत कार्यों में किसी प्रकार की लापरवाही न हो।

उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में ड्रेनेज, सड़क, लाइट एवं साफ सफाई संबंधित कार्य युद्ध स्तर पर संचालित किए जाएं, साथ ही इन क्षेत्रों में फॉगिंग एवं एंटी लार्वा का छिड़काव अनिवार्य रूप से कराया जाए।

जिससे महामारी की आशंका को टाला जा सके।मंत्री एके शर्मा ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति की स्थिति का जायजा लिया तथा संबंधित अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि बाढ़ का पानी कम होते ही विद्युत आपूर्ति को प्राथमिकता पर बहाल किया जाए जिससे जनजीवन शीघ्र सामान्य हो सके।

उन्होंने कहा कि बाढ़ के दृष्टिगत संबंधित जनपदों में नगरीय निकाय एवं विद्युत विभाग द्वारा एक विशेष कंट्रोल रूम की स्थापना कर उन्हें अलर्ट मोड में रखा जाए।उन्होंने अत्यधिक वर्षा के दृष्टिगत तराई क्षेत्र के जनपदों में विद्युत आपूर्ति को लेकर विशेष नजर रखने के निर्देश भी दिए।

उन्होंने कहा कि नगर विकास एवं विद्युत विभाग के सभी अधिकारी/कर्मचारी मुख्यालय नहीं छोड़ेंगे और मुख्यालय/कार्यस्थल पर ही निवास करेंगे। उन्होंने कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि इस दौरान यदि कोई भी अधिकारी/कर्मचारी मुख्यालय एवं कार्यस्थल से अनुपस्थित पाया गया तो उसके विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

ऊर्जा मंत्री ने प्रदेश की सभी कान्हा गौशालाओं का स्थलीय निरीक्षण कर वहां की व्यवस्थाओं का जायजा लेने एवं सभी गोवंशो के सुरक्षित स्थान पर रखरखाव, चारे-पानी की उपलब्धता एवं साफ-सफाई की व्यवस्था दुरुस्त रखने के निर्देश संबंधित अधिशाषी अधिकारियों को दिए।

उन्होंने कहा कि बाढ़ के चलते गोवंशों की देखभाल में किसी प्रकार की कमी ना हो। चारा, पानी, शेड और चिकित्सा जैसे सभी व्यवस्थाएं पूर्ण रूप से सुदृढ़ हों।मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने कहा कि बाढ़ जैसी आपदा में हमारी प्रशासनिक सजगता और संवेदनशीलता ही जनता को राहत पहुंचाने का सबसे बड़ा माध्यम है।

हमें जन अपेक्षाओं पर खरा उतरते हुए समर्पित भाव से कार्य करते हुए बाढ़ प्रबंधन का एक अनुकरणीय मॉडल प्रस्तुत करना है। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रबंधन के दृष्टिगत जनपद स्तर पर यदि किसी प्रकार की मशीनरी, संसाधन या अन्य तात्कालिक आवश्यकता हो तो शासन को तुरंत अवगत कराया जाए।

उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से हर आवश्यक सहयोग तत्काल उपलब्ध कराया जाएगा।बैठक के दौरान यूपीपीसीएल चेयरमैन पीयूष गोयल, प्रबंध निदेशक पंकज कुमार, निदेशक नगरीय निकाय अनुज झा, ऋतु सुहास सहित अन्य जनपदीय अधिकारी वर्चुअल रूप से जुड़े रहे।

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