लिवर सिरोसिस, गुर्दे और हृदय रोग जैसी गंभीर बीमारियों से ग्रस्त रहीं खालिदा जिया की तबीयत में सुधार, फरवरी चुनाव में उतरेंगी मैदान में
ढाका :
बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी (बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी) की अध्यक्ष खालिदा जिया को लेकर एक महत्वपूर्ण खबर सामने आई है। लंबे समय से कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहीं 79 वर्षीय खालिदा अब चुनावी राजनीति में वापसी के लिए तैयार हैं।
बीएनपी के वरिष्ठ नेता अब्दुल अवल मिंटू ने दावा किया है कि खालिदा जिया फेनी निर्वाचन क्षेत्र से आगामी आम चुनाव में हिस्सा लेंगी। उन्होंने कहा, “उनकी तबीयत अब पहले से बेहतर है और पार्टी में इस विषय पर चर्चा हो चुकी है।”
📅 चुनाव फरवरी में हो सकते हैं
स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में आम चुनाव फरवरी 2026 के पहले सप्ताह में कराए जाने की संभावना है। हालांकि, बीएनपी कार्यवाहक अध्यक्ष और खालिदा जिया के बेटे तारिक रहमान ने संकेत दिया है कि देश की राजनीतिक परिस्थिति और अदालत का फैसला अगर बदला तो चुनाव इससे पहले भी हो सकते हैं।
🏥 कौन-कौन सी बीमारियों से पीड़ित रहीं खालिदा?
- लिवर सिरोसिस
- गुर्दे की बीमारी
- हृदय रोग
- मधुमेह और गठिया
जनवरी 2024 में उन्हें बेहतर इलाज के लिए लंदन ले जाया गया था, जहां चार महीने इलाज के बाद वे मई में ढाका लौटी थीं।
🧾 भ्रष्टाचार मामले में हुई थीं जेल
2018 में जिया अनाथालय ट्रस्ट घोटाले के मामले में दोषी पाए जाने के बाद उन्हें जेल भेजा गया था। हालांकि, कोविड-19 काल के दौरान सरकार के एक कार्यकारी आदेश के तहत 25 मार्च 2020 को अस्थायी रिहाई दी गई थी, जिसमें यह शर्त थी कि वे देश नहीं छोड़ेंगी।
🇧🇩 शेख हसीना की सरकार जाने के बाद फिर मिली राजनीतिक स्वतंत्रता
6 अगस्त 2024 को राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के आदेश से उन्हें पूर्ण रूप से रिहा कर दिया गया, जिससे उनकी राजनीतिक गतिविधियों पर लगी रोक हटा दी गई।
अब जबकि उनकी तबीयत में सुधार है और राजनीतिक हालात भी बदले हैं, खालिदा जिया की चुनावी वापसी बीएनपी कार्यकर्ताओं और समर्थकों के लिए बड़ा मनोबल बढ़ाने वाला कदम मानी जा रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि बांग्लादेश की राजनीति में उनकी वापसी कितनी प्रभावशाली साबित होती है।