शालिनी सिंह पटेल का तीखा हमला— महिला को धमकाने वाले मयंक को सत्ता की ढाल नहीं, कानून की सजा मिलनी चाहिए

बांदा

15 जुलाई सोशल मीडिया पर एक महिला के खिलाफ अभद्र, अश्लील और धमकीभरा पोस्ट करने वाले युवक मयंक शुक्ला के खिलाफ सोमवार को जनता दल यूनाइटेड (जदयू) ने पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौंपा। आरोपी खुद को “बीजेपी नेता” बताकर फेसबुक पर खुलेआम लिखता है कि उसके मुख्यमंत्री से सीधे संबंध हैं, अधिकारी उसकी जेब में हैं और वह गोली मारने से भी नहीं डरता।

उसने यह भी दावा किया कि उसके पास महिला के आपत्तिजनक फोटो और वीडियो हैं जिन्हें वह सार्वजनिक कर देगा। जदयू ने इस पूरे मामले को बेहद गंभीर बताते हुए आरोपी की तत्काल गिरफ्तारी, फेसबुक पोस्ट की साइबर जांच और उसके राजनीतिक रसूख की स्वतंत्र जांच की मांग की है। पार्टी की प्रदेश उपाध्यक्ष शालिनी सिंह पटेल ने कहा कि यह न सिर्फ एक महिला का अपमान है, बल्कि लोकतंत्र और संविधान को चुनौती देने जैसा है।

उन्होंने कहा कि जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार महिलाओं को सशक्त बनाने की योजनाएं चला रहे हैं, तब कुछ लोग उन्हीं का नाम लेकर महिलाओं को डराने-धमकाने और बदनाम करने का काम कर रहे हैं। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या कोई व्यक्ति केवल इस आधार पर कानून से ऊपर हो सकता है कि वह सत्ता से जुड़ा होने का दावा करता है।

जदयू की मांग है कि आरोपी के खिलाफ तत्काल एफआईआर दर्ज हो, फेसबुक पोस्ट को डिजिटल साक्ष्य मानते हुए जांच हो, उसके राजनीतिक संबंधों की पड़ताल की जाए और यदि किसी पार्टी के नाम का दुरुपयोग हुआ है तो उसे भी अधिकारिक रूप से सूचित किया जाए।

ज्ञापन देने वालों में जदयू महिला जिला अध्यक्ष पिंकी प्रजापति, समाज सुधार वाहिनी प्रकोष्ठ की गरिमा सिंह पटेल, जिला उपाध्यक्ष सद्दाम हुसैन, महासचिव विक्रम सिंह, श्रीराम प्रजापति जिला अध्यक्ष दिव्यांग प्रकोष्ठ, बिहारीलाल अनुरागी, भुनेश्वर तिवारी, सैनिक प्रकोष्ठ अध्यक्ष अर्जुन सिंह, महिला प्रकोष्ठ अतर्रा की नगर अध्यक्ष ज्योति मौर्य, मंजू गुप्ता, कमला, संगीता देवी, कुलदीप वर्मा जय रानी जानकी देवी सहित दो सौ से अधिक कार्यकर्ता शामिल रहे।

रिपोर्ट – सुनील यादव

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