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हादसे के महज कुछ दिनों बाद 212 करोड़ की लागत से मंजूर हुआ नया प्रोजेक्ट, 18 महीनों में होगा निर्माण कार्य पूरा
वडोदरा (गुजरात)
गुजरात के वडोदरा जिले में महिसागर नदी पर स्थित 40 साल पुराने पुल के गिरने से हुई त्रासदी के बाद सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। 9 जुलाई को गंभीरा गांव के पास पुल का एक हिस्सा नदी में गिर गया था, जिसमें करीब 20 लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी। यह पुल आणंद और वडोदरा जिलों के बीच एक महत्वपूर्ण संपर्क था, जो अब पूरी तरह टूट चुका है।
सरकार ने हादसे के कुछ ही दिनों के भीतर 212 करोड़ रुपये की लागत से एक नए चार लेन वाले पुल के निर्माण को मंजूरी दे दी है। पुल का निर्माण 18 महीनों के भीतर पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए निविदा प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
क्या होंगे नए पुल की प्रमुख विशेषताएं?
- मजबूत तकनीकी डिजाइन: पुराने पुल की विफलता को ध्यान में रखते हुए नए पुल की संरचना को और अधिक टिकाऊ और तकनीकी रूप से उन्नत बनाया जाएगा।
- 4 लेन तक विस्तारित रोड नेटवर्क: मौजूदा मुजपुर अप्रोच रोड को चौड़ा करके 7 मीटर चौड़ी चार लेन सड़क बनाई जाएगी।
- 4.2 किमी लंबा अप्रोच रोड: पुल तक पहुँचने वाले मार्ग को भी उन्नत किया जाएगा, जिससे यातायात का प्रवाह सुगम रहेगा।
क्षेत्रीय संपर्क को मिलेगा नया जीवन
मध्य गुजरात और सौराष्ट्र के बीच परिवहन का यह मुख्य मार्ग, जो पुल के गिरने के बाद बाधित हो गया था, अब नए पुल के निर्माण से पुनः सुचारु हो सकेगा। यह न केवल स्थानीय लोगों के लिए राहत की खबर है, बल्कि व्यापार और औद्योगिक परिवहन के लिए भी यह बेहद अहम कदम माना जा रहा है।
निष्कर्ष:
गुजरात सरकार का यह त्वरित और ठोस कदम भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने, सुरक्षित यातायात सुनिश्चित करने और आधारभूत संरचना को आधुनिक बनाने की दिशा में एक अहम प्रयास है।
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