कैम्पबेल विल्सन ने कहा — सभी बोइंग 787 विमानों की DGCA निगरानी में जांच हो चुकी है, सभी सेवा के लिए उपयुक्त पाए गए
नई दिल्ली
12 जून 2025 को हुए एयर इंडिया के विमान हादसे को लेकर एयरलाइन के सीईओ कैम्पबेल विल्सन ने सोमवार को बड़ा बयान दिया है। उन्होंने साफ किया कि प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में विमान या इंजन में कोई यांत्रिक या रखरखाव संबंधी समस्या नहीं पाई गई है। साथ ही सभी जरूरी उड़ान-पूर्व परीक्षण भी पूरी तरह से पार किए गए थे।
विल्सन ने कर्मचारियों को भेजे ईमेल में कहा, “हम जल्दबाज़ी में किसी निष्कर्ष पर न पहुंचे, क्योंकि जांच अभी पूरी नहीं हुई है।” उन्होंने बताया कि DGCA की निगरानी में एयर इंडिया के सभी बोइंग 787 विमानों की विस्तृत जांच की गई और सभी को सेवा योग्य पाया गया।
क्या कहा गया प्रारंभिक रिपोर्ट में?
एयरक्राफ्ट एक्सीडेंट इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (AAIB) द्वारा जारी प्रारंभिक रिपोर्ट के अनुसार, विमान के दोनों इंजनों की ईंधन सप्लाई अचानक बंद हो गई, जिससे विमान ने उड़ान खो दी।
रिपोर्ट के मुताबिक:
- विमान ने 08:08:42 UTC पर 180 नॉट की हवाई गति दर्ज की।
- इसके तुरंत बाद, इंजन 1 और 2 के फ्यूल कटऑफ स्विच महज एक सेकंड के अंतराल में RUN से CUTOFF में चले गए।
- कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में एक पायलट को दूसरे से यह पूछते हुए सुना गया कि उसने कटऑफ क्यों किया, जिस पर जवाब मिला कि उसने ऐसा नहीं किया।
ईंधन की गुणवत्ता और पायलट टेस्ट भी ठीक
सीईओ के मुताबिक,
- ईंधन की गुणवत्ता में कोई कमी नहीं थी।
- टेक-ऑफ रोल सामान्य था।
- पायलटों ने ब्रेथलाइज़र टेस्ट पास किया था और उनकी स्वास्थ्य स्थिति सामान्य पाई गई।