चंदौली –
31 जुलाई किसान न्याय मोर्चा के संयोजक एडवोकेट महेंद्र प्रसाद यादव ने पुलिस अधीक्षक चंदौली के कार्यालय में उप जिला अधिकारी चंदौली, मुगलसराय, सकलडीहा व अधिशासी अभियंता लोक निर्माण विभाग साथ ही थाना ध्यक्ष चंदौली, सकलडीहा, मुगलसराय, व रामनगर के खिलाफ माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशानुसार F.I.R दर्ज करने तथा जांच C.B.I को सौपने संबंधी बयान दर्ज कराया।
श्री यादव ने कहा कि इस प्रकरण में कोई ना तो कोई जांच कराई गई है न ही संबंधित व्यक्तियों को नोटिस जारी की गई है । इसमें माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश की मानहानि की गई है ज्ञातब्य है कि जनपद चंदौली में 4 लेन जो सैदपुर से सकलडीहा। 6 लेन पड़ाव से गोधना मोड। पड़ाव से कटेसर, सेमरा चौड़ीकरण। मिल्कीपुर, ताहीर पुर में बन रहे बंदरगाह के लिए ली गई जमीनों की सभी जगह इन सभी मामलों में भूमि अधिग्रहण के नियमों के संबंध में माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेश का हर जगह उल्लंघन किया गया है और किसान, दुकानदार, भूमिहीन सभी प्रभावित लोग वर्षों से आंदोलन कर रहे हैं लेकिन सरकार ने इस संबंध में उनकी मांगों को पूरा न करके तानाशाही रवैया अपना रही है।
वही मिल्कीपुर निवासी ईशान मिल्की ने बंदरगाह के लिए जबरिया अधिग्रहण को लेकर आशंका जताई हैं कि जिस प्रकार बिना पूर्व सुचना बंदरगाह तथा प्रशासन के लोग भारी पुलिस बल लेकर ग्रामीणों के साथ अत्याचार कर रहे हैं उन्हें डर हैं कही रेवसा कि तरह यहाँ भी कोई अप्रिय घटना ना घट जाए क्योंकि चार बार उक्त स्थान पर विवाद कि स्थिति उत्पन्न हों चुकी हैं इसलिए उनका कहना हैं कि जो भूमि बंदरागाह को रजिस्ट्री हों चुकी हैं उसपर वो अपना निर्माण करें किन्तु जिसपर अभी किसानों कि सहमति नहीं बन पाई हैं उसपर कोई काम ना किया जाए क्योंकि 25 जुलाई को प्रशासन ने गांव की महिलाओं के साथ जो ज़ोर ज़बरदस्ती कि उसके बाद से गांव की कई बुजुर्ग महिलाओं की वह घटना देखकर स्थिति सामान्य नहीं है यदि उनके साथ कोई भी घटना घटित होती है उसका जिम्मेदार जिला प्रशासन होगा।
इस अवसर पर प्रदेश मंडल में किसान न्याय मोर्चा के प्रदेश महामंत्री इंद्रजीत शर्मा जिला अध्यक्ष कृष्णकांत यादव, मीडिया प्रभारी सुशील यादव, चंद्र प्रकाश मौर्य, ईशान मिल्की, एडवोकेट विनय मौर्य, सुनील कुमार, अखिलेश सिंह, अशोक कुमार, डब्लू साहनी, सुरेश कुमार, आस मोहम्मद, आत्मा राम पाठक, कन्हैया लाल राव, सुजीत भारती आदि लोग शामिल रहें।
रिपोर्ट – ईशान मिल्की