चन्दौली
प्रतिनिधि मंडल ने ज्ञापन देकर तहसील मुगलसराय चंदौली के ग्राम ताहिरपुर मिल्कीपुर के निवासियों ने बंदरगाह के नाम पर गांवों की पुश्तैनी जमीन को अधिग्रहण से मुक्त रखने हेतु मार्मिक अनुरोध किया है। ईशान मिल्की ने बताया कि बंदरगाह एवं फ्रंट विलेज जैसी औद्योगिक परियोजना हेतु अधिग्रहण के नाम पर ताहिरपुर, मिल्कीपुर, रसूलागंज और छोटा मिर्जापुर की गरीब जनता को उजाड़ने की साजिशें हो रही है।
ज्ञापन पर सर्वश्री ईशान मिल्की, विनय मौर्य, वीरेन्द्र कुमार साहनी, आस मोहम्मद, अखिलेश सिंह, चंद्र प्रकाश मौर्य, डब्लू साहनी, मो0 नाज़िम, सैफुल्ला तथा मो0 एजाज़ के भी हस्ताक्षर है। उनके साथ कांग्रेस नेता व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी सतनाम सिंह व कांग्रेस नगर अध्यक्ष पप्पू खान भी मौजूद रहे.उन्होंने अजय राय से भेंटकर अपनी पीड़ा बताई।
ज्ञापन के अनुसार इस क्षेत्र में 70 प्रतिशत आबादी माझी समाज की है जो पीढ़ियों से गंगा के किनारे मछली पकड़ने, नांव चलाकर आजीविका कमाते हैं। विगत 20 मई को चंदौली जनपद के मुगलसराय उपजिलाधिकारी बिना किसी पूर्व सूचना के तीन बुलडोजर तथा भारी पुलिस फोर्स लेकर गांव पहुंचे जिसका स्थानीय लोगों ने विरोध किया जिसके बाद शासन प्रशासन को खाली हाथ लौटना पड़ा।
जिसके बाद एक बार फिर से प्रशासन के लोग 3 जुलाई को गांव में आए और उपजिलाधिकारी मुग़लसराय अनुपम मिश्रा ने गांव वालों से कहां कि इस परियोजना के लिए आपकी सहमति कि हमें कोई आवश्यकता नहीं हैं हम सीधा अधिग्रहण करेंगे जिसके बाद गांव के लोगो ने साफ साफ कहा कि हम किसी भी कीमत पर अपनी ज़मीन बंदरगाह को देने के लिए तैयार नहीं हैं चाहे हमारी जान ही क्यों ना चली जाए
पुनः प्रशासन को खाली हाथ लौटना पड़ा. अजय राय ने प्रतिनिधि मंडल से कहा कि इस सरकार में संविधान और लोकतंत्र का हनन किया जा रहा है उन्होंने भरोसा दिलाया कि इस मामले को राहुल गाँधी के संज्ञान में डाला जाएगा तथा उनके माध्यम से सदन में भी इस मामले को उठाया जाएगा।
रिपोर्ट – ईशान मिल्की