पान मसाला कारोबारियों के बाद अब ईंट भट्ठा कारोबारियों पर शिकंजा कसने की तैयारी है। इनके द्वारा किए जाने वाले कारोबार की जांच कराई जाएगी और देखा जाएगा कि सीजन के हिसाब से कितनी जीएसटी जमा की जा रही है। यह भी देखा जाएगा कि इनके द्वारा एक सीजन में कितने ईंट पकाई कर बिक्री की जा रही है। राज्य कर विभाग ने इसके लिए एसओपी जारी की है।
उत्तर प्रदेश में एक अनुमान के मुताबिक करीब 22 हजार के आसपास ईंट भट्ठे हैं। ईंट भट्ठों से 12 फीसदी जीएसटी लेने की व्यवस्था है। इसके बाद भी देखने में आ रहा है कि इनके द्वारा बराबर इसे जमा नहीं किया जा रहा है। जीएसटी वसूली के लिए एसओपी जारी की गई है। विशेष अनुसंधान शाखा में तैनात संयुक्त आयुक्त स्तर के अधिकारी द्वारा इनके यहां जांच की जाएगी।ईंट-भट्ठों के मालिकों द्वारा घोषित किए जाने वाले आईटीआर को भी देखा जाएगा।
