
स्टेशन पर यात्रियों से किया अमृत संवाद

यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा और सुगम आवागमन पर जोर
छठ पर्व के दौरान यात्रियों की सुविधा को देखते हुए पंडित दीनदयाल उपाध्याय मंडल मैं अतिरिक्त व्यवस्था की गई है । मंडल रेल प्रबंधक (डीआरएम) उदय सिंह मीना ने पंडित दीन दयाल उपाध्याय जंक्शन का निरीक्षण किया। यह निरीक्षण त्योहारों के मद्देनज़र की जा रही व्यवस्थाओं और नियमित निगरानी के क्रम में किया गया।
निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने सर्कुलेटिंग एरिया, पैसेंजर एरिया, फुट ओवर ब्रिज, प्लेटफार्म, स्वच्छता की स्थिति, सुरक्षा व्यवस्था, खानपान स्टॉल, प्रतीक्षालय की सुविधा, दिव्यांगजन हेतु सुविधा, सीसीटीवी निगरानी और यात्रियों की आवाजाही की सहजता का जायज़ा लिया। डीआरएम ने स्टेशन पर तैनात स्टाफ से भी बातचीत की और उन्हें निर्देशित किया कि यात्रियों के साथ सहयोगपूर्ण व्यवहार सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि सदैव सुव्यवस्था के लिए सभी विभागों के बीच समन्वय बना रहना चाहिए।

निरीक्षण के दौरान डीआरएम ने यात्रियों से संवाद भी किया। ‘अमृत संवाद’ कार्यक्रम के तहत उन्होंने यात्रियों से रेल सेवाओं, स्टेशन की व्यवस्था, खानपान और सुरक्षा से जुड़ी बातों पर चर्चा की। यात्रियों ने रेल सेवा, साफ-सफाई और सहयोगी व्यवहार की सराहना की। उन्होंने बच्चों और वरिष्ठ नागरिकों से भी संवाद कर उनकी यात्रा अनुभवों को जाना।
विदित हो कि पर्व को ध्यान में रखते हुए मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय स्थित नियंत्रण कक्ष में एक विशेष वार रूम स्थापित किया गया है, जहां से डीडीयू, गया, डेहरी ऑन सोन, सासाराम, भभुआ रोड जैसे प्रमुख स्टेशनों की सीसीटीवी लाइव फीड के माध्यम से 24 घंटे निगरानी की जा रही है। इस वार रूम से ट्रेनों के आवागमन, यात्रियों की संख्या और स्टेशन पर भीड़ की स्थिति पर नजर रखी जाती है। आवश्यकता पड़ने पर तत्काल स्टेशन स्तर पर दिशा-निर्देश जारी किए जाते हैं। डीआरएम स्वयं भी समय-समय पर इस वार रूम की समीक्षा करते हैं।

यात्रियों की सुविधा हेतु नियमित रूप से त्योहार विशेष ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। सुव्यवस्था के लिए अतिरिक्त टिकट काउन्टर व स्टाफ की तैनाती, टिकट जांच अभियान, सहयोग काउंटर, दिव्यांगजन सहायता बूथ, प्रतीक्षालयों की व्यवस्था और सार्वजनिक उद्घोषणा प्रणाली को सक्रिय रखा गया है। मंडल रेल प्रशासन यात्रियों से अपील करता है कि वे टिकट लेकर ही यात्रा करें और किसी भी सहायता हेतु हेल्पलाइन नंबर 139 या ‘रेल मदद’ ऐप का प्रयोग करें।
रिपोर्ट – चंचल सिंह
