लोहता – कोटवां गांव की रामलीला विगत कई वर्षों से चली आ रही है, जिसमें कल के रामलीला में धनुष यज्ञ, परशुराम-लक्ष्मण संवाद और राम विवाह का मंचन हुआ। इस दौरान अच्छे-अच्छे कलाकारों ने अपनी प्रतिभाएं दिखाई।
कार्यक्रम में जनक जी द्वारा निमंत्रण देने पर अनेक राजागढ़, राक्षस गढ़ और देवलोक से देवता लोग भेष बदल-बदलकर स्वयंवर को देखने के लिए आए थे। सभी ने अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया, लेकिन धनुष किसी से तिल भर नहीं हिला। अंत में विश्वामित्र जी के आदेश से राम जी ने धनुष तोड़ा और सीता विवाह संपन्न हुआ।
रामलीला का मंचन बहुत ही दिव्य और भव्य ढंग से हुआ, जिसमें काफी संख्या में भक्तगण उपस्थित रहे। सभी ने रामलीला का आनंद लिया और भगवान राम की भक्ति में डूब गए। रामलीला के आयोजन समिति ने सभी दर्शकों का स्वागत किया और धन्यवाद दिया।
रिपोर्ट – रामविलास यादव
