वाराणसी – जिलाधिकारी सत्येंद्र कुमार की अध्यक्षता में सोमवार को कलेक्ट्रेट सभागार में जिला शिक्षा एवं परियोजना समिति / बेसिक शिक्षा / माध्यमिक शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। इसमें शिक्षा विभाग द्वारा संचालित विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा की गयी और जिलाधिकारी द्वारा आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गये।
जिलाधिकारी ने फ़ैमिली आईडी बनवाने में कम प्रगति मिलने पर रामनगर क्षेत्र के एबीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि, काशी विद्यापीठ के एबीएसए को प्रतिकूल प्रविष्टि के साथ अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने और सपोर्टिव सुपरविजन व निपुण असेसमेंट में लक्ष्य के सापेक्ष कम प्रगति मिलने पर नगर क्षेत्र के सभी एबीआरसी(सहायक ब्लॉक संसाधन समन्वयक)/ एआरपी (अकादमिक संसाधन व्यक्ति) के वेतन रोकने के निर्देश दिये।
जिलाधिकारी ने शिक्षा विभाग के तहत संचालित 19 पैरामीटर पर जनपद के सभी विद्यालयों में शिक्षा की बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। उन्होंने शिक्षा की बेहतरी के सभी ब्लॉकों में एक कंट्रोल रूम स्थापित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों का मूल्यांकन अवश्य किया जाए और उन्हें निपुण बनाने के प्रयास किए जाये। उन्होंने कहा कि जहाँ भी बच्चों का मूल्यांकन कम है, इसके कारण की समीक्षा कर प्रगति उन्होंने निपुण टेस्ट में पूछे जाने वाले सवालों के बारे में विस्तार से जानकारी ली।
जिलाधिकारी ने कहा कि सभी एआरपी(अकादमिक संसाधन व्यक्ति) अपने क्षेत्र के स्कूलों में जाकर शैक्षणिक सहायता और मार्गदर्शन प्रदान करें। उन्होंने निपुण लक्ष्य के सापेक्ष कम मूल्यांकन प्रगति वाले स्कूलों में अधिकारियों द्वारा औचक निरीक्षण कराकर स्कूलों में न आने वाले शिक्षकों पर कार्रवाई करने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिये।
बैठक में सीडीओ हिमांशु नागपाल सहित शिक्षा विभाग के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।