लखनऊ
सावन महीने में निकलने वाली कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश पुलिस ने सुरक्षा व्यवस्था को अभूतपूर्व बना दिया है। इस बार यात्रा में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं की संभावित भीड़ और संवेदनशील माहौल को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है।
🔹 हर एक किलोमीटर पर दो पुलिसकर्मी
पुलिस प्रशासन ने घोषणा की है कि हर एक किलोमीटर पर बाइक पर दो पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी, ताकि यातायात नियंत्रित रहे और किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके। साथ ही कांवड़ियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
🔹 घाटों पर तैनात रहेंगे गोताखोर
यात्रा मार्ग पर पड़ने वाले सभी प्रमुख घाटों पर गोताखोरों की तैनाती की गई है। इससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि कोई भी श्रद्धालु डुबकी के दौरान खतरे में न पड़े। जल पुलिस और राहत दल भी लगातार गश्त पर रहेंगे।
🔹 ANPR कैमरों से निगरानी
यात्रा मार्ग पर ANPR (ऑटोमैटिक नंबर प्लेट रिकग्निशन) कैमरे लगाए गए हैं। इन कैमरों की मदद से संदिग्ध वाहनों और व्यक्तियों की पहचान की जाएगी। इससे किसी भी संभावित खतरे को पहले ही पहचाना जा सकेगा। पुलिस कंट्रोल रूम से इन कैमरों की लाइव मॉनिटरिंग की जा रही है।
🔹 ड्रोन से होगी निगरानी
पुलिस ने बताया कि इस बार यात्रा के मुख्य मार्गों पर ड्रोन से हवाई निगरानी भी की जाएगी। इससे भीड़ के मूवमेंट और किसी भी असामान्य गतिविधि पर तुरंत नजर रखी जा सकेगी।
🔹 चिकित्सा और आपातकालीन सेवाएं भी मुस्तैद
प्रशासन ने हर 5 किलोमीटर पर मेडिकल कैंप स्थापित किए हैं, जिसमें डॉक्टर्स और एंबुलेंस स्टाफ 24×7 ड्यूटी पर रहेंगे। इसके अलावा, फायर ब्रिगेड और SDRF की टीमें भी यात्रा मार्ग पर तैनात रहेंगी।
📌 निष्कर्ष:
कांवड़ यात्रा के दौरान उमड़ने वाली भीड़ और संभावित संवेदनशीलता को देखते हुए उत्तर प्रदेश पुलिस ने बेहद सख्त और सुनियोजित सुरक्षा व्यवस्था लागू की है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के साथ-साथ उनकी सुविधा का भी पूरा ध्यान रखा जा रहा है। यात्रा की शांति और सफल संचालन प्रशासन की प्राथमिकता बनी हुई है।